हर साल भाद्रपद शुक्ल चतुर्थी तिथि को गणेश चतुर्थी (Ganesh Chaturthi) मनाई जाती है. इस दिन गणेश जी का जन्म दिवस है, इसलिए इसे गणेश जयंती भी कहते हैं. इस वर्ष गणेश चतुर्थी 31 अगस्त से प्रारंभ हो रही है. यह 10 दिनों का उत्सव होता है. लोग अपने घरों में गणेश जी की मूर्ति स्थापना करते हैं, विधि विधान से पूजा अर्चना करते हैं और फिर एक निश्चित समय पर उनका विसर्जन कर देते हैं. जो लोग 10 दिनों के लिए बप्पा को घर पर स्थापित करते हैं, वे गणेश चतुर्दशी को उनका विसर्जन करते हैं. इस वर्ष गणेश चतुर्थी के अवसर पर तीन शुभ योग बन रहे हैं और एक विशेष संयोग बन रहा है.
3 शुभ योगों में गणेश चतुर्थी 2022
केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय पुरी के ज्योतिषाचार्य डॉ. गणेश मिश्र के अनुसार, इस वर्ष की चतुर्थी तिथि रवि योग में है. इसके अलावा दो शुभ योग ब्रह्म और शुक्ल योग भी बन रहे हैं. 31 अगस्त को रवि योग प्रात: 05:58 बजे से लेकर देर रात 12:12 बजे तक है. वहीं शुक्ल योग प्रात:काल से लेकर रात 10:48 बजे तक है. उसके बाद से ब्रह्म योग प्रारंभ हो जाएगा. ये तीनों ही योग पूजा पाठ की दृष्टि से शुभ माने जाते हैं.
गणेश चतुर्थी पर बुधवार का विशेष संयोग
इस बार गणेश चतुर्थी 31 अगस्त को बुधवार के दिन पड़ रही है. बुधवार के दिन वैसे भी गणेश जी की पूजा की जाती है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, जब गणेश जी का जन्म हुआ था, तब उस समय कैलाश पर बुध देव भी थे. बुध देव के होने की वजह से बुधवार की पूजा के लिए प्रतिनिधि देव गणेश जी हो गए.
ऐसे में देखा जाए तो रवि योग अमंगल को दूर करके सफलता प्रदान करता है. इसमें सूर्य की स्थिति प्रबल मानी जाती है. गणेश चतुर्थी पर आप बप्पा को प्रसन्न करके अपनी मनोकामनाओं को पूर्ण सफल बना सकते हैं.
गणेश चतुर्थी के शुभ योग
पहला दिन: रवि योग, प्रात: 05:58 बजे से लेकर देर रात 12:12 बजे तक
दूसरा दिन: रवि योग, 12:12 एएम से सुबह 05:59 बजे तक
तीसरा दिन: सर्वार्थ सिद्धि योग, रात 11:47 बजे से अगले दिन सुबह 06:00 बजे तक, रवि योग: सुबह 05:59 बजे से रात 11:47 बजे तक
चौथा दिन: कोई विशेष योग नहीं
पांचवा दिन: सर्वार्थ सिद्धि योग, रात 09:43 बजे से अगले दिन सुबह 06:01 बजे तक, रवि योग भी सर्वार्थ सिद्धि योग के साथ ही
छठा दिन: रवि योग, पूरे दिन
सातवां दिन: रवि योग, सुबह 06:01 बजे से शाम 06:09 बजे तक
आठवां दिन: त्रिपुष्कर योग, सुबह 03:04 बजे से सुबह 06:02 बजे तक
नौवां दिन: रवि योग, दोपहर 01:46 बजे से अगले दिन सुबह 06:03 बजे तक
दसवां दिन: रवि योग, सुबह 06:03 बजे से सुबह 11:35 बजे तक
31 अगस्त को गणेश चतुर्थी का पहला दिन है और 09 सितंबर को गणेश चतुर्दशी है. यह गणेश जन्मोत्सव का अंतिम दिन है. इस दिन गणेश जी विदा होंगे.