भोपाल
नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव के बाद भाजपा की नजर कई निकायों में निर्दलीय और कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में निर्वाचित होने वाले पार्षदों पर है। ऐसे पार्षदों की सूची जिलों में तैयार कराई जा रही है और उन्हें आगामी निर्वाचित जनप्रतिनिधियों के प्रशिक्षण कार्यक्रम में टेÑनिंग के लिए बुलाने की तैयारी है। जिला और जनपद पंचायत सदस्यों के मामले में भी यही रणनीति अपनाई जा सकती है।
नगरीय निकायों में निर्वाचित प्रतिनिधियों के निर्वाचन के नोटिफिकेशन के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान कई कार्यक्रमों में कह चुके हैं कि जो जनप्रतिनिधि निर्वाचित हुए हैं उन्हें कामकाज का प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके लिए जल्द ही प्रदेश की राजधानी और अन्य स्थानों पर प्रशिक्षण कार्यक्रम किए जाएंगे। इस बीच जिलों में संगठन स्तर पर एक नई कवायद शुरू हो गई है। सूत्रों का कहना है कि इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के लिए सूची तैयार कराई जा रही है जिसमें भाजपा के पार्षद तो हैं ही, साथ ही निर्दलीय पार्षदों को भी इसमें खासा तवज्जो देते हुए बुलाया जा रहा है। सूत्र बताते हैं कि नगर निगमों में सभापति और नपा व नगर परिषद में अध्यक्ष, उपाध्यक्ष के चुनाव में भाजपा ने कई निकायों में कांग्रेस पार्षदों की मदद के जरिये भी चुनाव जीतने में सफलता हासिल की है। ऐसे कांग्रेस पार्षदों पर अब बीजेपी की नजर है जो क्षेत्र में प्रभावशाली हैं और उनके पार्टी में आने से पार्टी की लीडरशिप स्थानीय स्तर पर मजबूत हो सकती है। बताया जाता है कि निर्दलीय के साथ ऐसे कांग्रेस पार्षदों को भी प्रशिक्षण में शामिल कराने की कवायद चल रही है।