मुंबई
एक तरफ उद्धव ठाकरे गुट के कुछ नेता शिवाजी पार्क में दशहरा रैली के आयोजन को लेकर आशंका जता रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ खुद उद्धव ठाकरे ने सोमवार को ऐलान कर डाला कि सालाना दशहरा रैली तो शिवाजी पार्क में ही होगी। गौरतलब है कि उद्धव ठाकरे गुट के कुछ नेताओं ने मुंबई नगर निकाय से रैली के आयोजन को संशय जाहिर किया था। बता दें कि पिछले एक दशक से शिवसेना शिवाजी पार्क में दशहरा रैली का आयोजन करती आ रही है। इस आयोजन के दौरान शिवसेना संस्थापक बाला साहब ठाकरे जोरदार ढंग से अपने भाषण दिया करते थे।
आदित्य ठाकरे ने कही थी यह बात
बहरहाल एकनाथ शिंदे की बगावत के बाद शिवसेना में दो-फाड़ हो चुका है। जून में हुए इस अलगाव के बाद से यह पहली बार है जब दशहरा रैली का आयोजन होने जा रहा है। इस साल दशहरा 5 अक्टूबर को मनाया जाएगा। शनिवार को उद्धव ठाकरे के बेटे और पूर्व मंत्री आदित्य ठाकरे ने कहा था कि शिवसेना की सालाना दशहरा रैली के आयोजन को लेकर दिए जा रहे प्रार्थनापत्र को अधिकारी स्वीकार नहीं कर रहे हैं। वहीं सोमवार को पत्रकारों के साथ बात करते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा कि दशहरा रैली में शामिल होने के लिए विभिन्न हिस्सों से शिवसैनिक शिवाजी पार्क आने की तैयारी में जुट गए हैं। उन्होंने कहा कि शिवसेना का यह सालाना उत्सव शिवतीर्थ (शिवाजी पार्क) में होगा।
बदल चुके हैं हालात
गौरतलब है कि 1997 से मार्च तक बीएमसी पर शिवसेना का नियंत्रण था। लेकिन इसके बाद चुनाव न हो पाने के चलते अब यह नगर निकाय एक प्रशासक के हाथों में है। वहीं जून में उद्धव ठाकरे सरकार के गिरने के बाद शिवसेना के बागी गुट के नेता एकनाथ शिंदे सीएम और भाजपा के देवेंद्र फडणवीस डिप्टी सीएम बने हैं। इसके बाद से ही दोनों गुटों में आरोप-प्रत्यारोप का दौर तेज हो चला है। बीते दिनों विधानसभा सत्र के दौरान दोनों गुटों में हाथा-पाई तक की नौबत आ गई है। यही वजह है कि शिवसेना के इस सालाना आयोजन को संशयपूर्ण निगाहों से देखा जा रहा है।