नई दिल्ली
सर्वाइकल कैंसर के लिए भारत की पहली स्वदेशी वैक्सीन आज लॉन्च होने जा रही है। सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) और जैव प्रौद्योगिकी विभाग (DBT) ने एक साथ मिलकर सर्वाइकल कैंसर (Cervical Cancer) के खिलाफ वैक्सीन 'क्वाड्रिवेलेंट ह्यूमन पैपिलोमावायरस वैक्सीन (QHPV)' विकसित की है, जिसे आज यानी पहली सितंबर को लॉन्च किया जाएगा। यह वैक्सीन सर्वाइकल कैंसर के प्रबंधन की राह में रोशनी होगी, जो महिलाओं में चौथा सबसे आम कैंसर है। कैंसर का यह रूप महिला के गर्भाशय ग्रीवा में विकसित होता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के आंकड़ों के अनुसार, 2018 में दुनिया भर में करीब 5,70,000 महिलाएं सर्वाइकल कैंसर से पीड़ित हुईं और लगभग 3,11,000 महिलाओं की इस बीमारी से मृत्यु हो गई।
सर्वाइकल कैंसर क्या है?
सर्वाइकल कैंसर (Cervical Cancer) एक तरह का कैंसर है, जो सर्विक्स में शुरू होता है। महिलाओं के गर्भाशय के निचले हिस्से में यूट्रस और वजाइना से जुड़ने वाली सिलेंडर नुमा नली को सर्विक्स कहा जाता है। अधिकांश सर्वाइकल कैंसर गर्भाशय की बाहरी सतह पर जो सेल्स होते हैं, वहां से शुरू होता है। कम उम्र में कई यौन संबंध होने या यौन सक्रिय होने से गर्भाशय ग्रीवा के कैंसर के विकास की संभावना बढ़ जाती है। कैंसर के लक्षण जल्दी सामने आने पर जीवित रहने की संभावना ज़्यादा होती है। आपके डॉक्टर एक निवारक उपाय के रूप में पैप स्मीयर टेस्ट करवाने की सलाह दे सकते हैं।
क्या हैं इसके लक्षण
सामान्य सर्वाइकल कैंसर के लक्षणों में पैल्विक दर्द, योनि से बदबूदार डिसचार्ज, पीरियड से पहले और बाद में भी ब्लीडिंग होना और यौन गतिविधि के दौरान असुविधा का अनुभव होता है। सर्वाइकल कैंसर के लक्षणों के साथ संक्रमण हो सकता है। इस कैंसर में उपचार सर्जरी, रेडियोथेरेपी, कीमोथेरेपी किया जाता है।