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गुजरात में छोटे व्यवसाय के लिए ऋण दे रही सरकार, खुशहाली की ओर बढ़ रहा समाज

गांधीनगर
समाज के आर्थिक रूप से पिछड़े लोगों को अपना छोटा कारोबार शुरू करने में भी काफी असुविधाओं का सामना करना पड़ता है। खासकर जिनकी आर्थिक स्थिति बहुत ही कमजोर है, उनके लिए कोई भी व्यवसाय शुरू करना काफी मुश्किल है। इसी वजह से गुजरात सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि आर्थिक तंगी के चलते कोई अपना व्यवसाय करने से वंचित ना रह जाए। पशुपालन हो, चाहे किराए की दुकान, मोबाइल की दुकान हो या कोई भी छोटा-मोटा व्यवसाय, राज्य सरकार की ओर से रोजगार के लिए वित्तीय सहायता दी जाती है। लघु व्यवसाय योजना उन गरीब और जरूरतमंद लोगों की मदद करती है, जो आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं और अपना खुद का व्यवसाय शुरू करके रोजगार पाना चाहते हैं। ऐसे नागरिकों के लिए गुजरात सरकार की यह योजना वरदान साबित हुई है।

गुजरात में छोटे व्यवसाय के लिए ऋण दे रही सरकार
इस योजना के तहत 3 लाख तक की वार्षिक आय वाले परिवार और व्यावसायिक अनुभव वाले व्यक्ति राज्य सरकार से वित्तीय सहायता प्राप्त करने के पात्र हैं। यह ऋण न्यूनतम 6 प्रतिशत सालाना की ब्याज दर पर दिया जाता है। जिसमें यूनिट लागत का 85 प्रतिशत तक ऋण देने का प्रावधान है। राज्य सरकार का लघु व्यवसाय ऋण 1 लाख से 10 लाख रुपए तक का है और सरकार वित्तीय सब्सिडी भी उपलपब्ध करवाती है। हम कृषि उत्पादों के लिए एक बिक्री केंद्र शुरू करना चाहते थे। लेकिन, आर्थिक तंगी के कारण ऐसा नहीं कर सके। इस वजह से हमें सरकारी ऋण मिला और इस व्यवसाय को शुरू किया, जिसने अब परिवार को जीवित रहने और आर्थिक रूप से कुशल बनने में सक्षम बनाया है।

बजट में 644.76 करोड़ रुपए का प्रावधान
प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल लोगों को आर्थिक रूप से मजबूत करने की दिशा में लगातार काम कर रहे हैं। इस दिशा में राज्य सरकार ने चालू बजट में जनता के आर्थिक विकास के लिए 644.76 करोड़ रुपए का प्रावधान किया है। इसके तहत राज्य सरकार ने 24,000 लोगों को लघु व्यवसाय के लिए ऋण एवं सहायता प्रदान करने का लक्ष्य निर्धारित किया है।

अपना कारोबार शुरू कर जीवन बदल रहे हैं लोग
इस बारे में बात करते हुए जूनागढ़ के परेश चौहान ने बताया कि उन्होंने लघु व्यवसाय ऋण लिया और पशुपालन का व्यवसाय शुरू किया। इस व्यावसायिक उद्यम के कारण आर्थिक बदहाली और गरीबी को दूर करने में उन्हें सफलता मिली है। बिना पैसे के व्यवसाय शुरू करने के लिए यह योजना वास्तव में जीवन बदलने वाली है।

प्रदेश और देश की तरक्की में दे रहे हैं योगदान
राज्य में कई कुशल और अनुभवी लोग आर्थिक तंगी के कारण व्यवसाय शुरू करने में असमर्थ थे। लोगों को वर्षों तक अपना पसंदीदा व्यवसाय स्थापित करने के लिए उधारदाताओं से उच्च ब्याज दरों पर ऋण लेना पड़ता था। लेकिन, इस योजना के माध्यम से, छोटे व्यवसायियों को अपना कारोबार स्थापित करना काफी आसान हो गया है। वह अपना और अपने परिवार का भी जीवन संवार रहे हैं और प्रदेश और देश की तरक्की में भी हाथ बंटा रहे हैं।

 

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