आगरा
उत्तर प्रदेश के आगरा में स्थित डॉक्टर भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय में बीएएमएस परीक्षा की कॉपियों में हेराफेरी का खुलासा हुआ है. परीक्षा की कॉपियों को बदलने और नंबर बढ़ाने का खुलासा होने के बाद इसकी जांच एसटीएफ ने शुरू कर दी है. जांच चलने तक एसटीएफ की टीम विश्वविद्यालय में अस्थाई कार्यालय बनाकर रहेगी.
दरअसल, बीएएमएस की कॉपी बदलने के मामले में हरी पर्वत पुलिस टेंपो चालक देवेंद्र को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था. क्योंकि सेंट जॉन्स कॉलेज सेंटर से टेंपो चालक देवेंद्र को कॉपियां रखकर विश्वविद्यालय ले जानी थी. लेकिन वह नहीं ले गया और दूसरी कॉपियां आरबीएस कॉलेज सेंटर में जमा कर दिया. खुलासा होने पर पुलिस ने देवेंद्र को रिमांड पर लेकर पूछताछ की, तो देवेंद्र ने गुनाह कबूल करते हुए दो बंडल कॉपियां बरामद करवाई.
बड़े रैकेट का हाथ होने की संभावना
पुलिस कॉपियों की हेराफेरी में मुख्य आरोपी डॉक्टर अतुल को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. जो दिल्ली में रहकर एमएस कर रहा था. पुलिस को छात्र नेता राहुल पाराशर की तलाश है. माना जा रहा है कि राहुल पाराशर गिरोह का सरगना है. राहुल पाराशर ने विश्वविद्यालय से जुड़े लोगों के साथ सेटिंग करके फर्जीवाड़े को अंजाम दिया था. बीएएमएस मामले की जांच को लेकर एसएसपी आगरा ने एसआईटी का गठन किया है. बीएएमएस की कॉपियां बदलने के पीछे बड़े रैकेट का हाथ होने की संभावना जताई जा रही है.
इस मामले में बुधवार को आगरा विश्वविद्यालय पहुंचे एसटीएफ के एडिशनल एसपी राकेश यादव ने बताया कि जब तक जांच पूरी नहीं होगी एसटीएफ की टीम आगरा विश्वविद्यालय में डेरा डाले रहेगी. जांच को सही दिशा देने के लिए विश्वविद्यालय में एसटीएफ का अस्थाई कार्यालय भी बनाया गया है. एसटीएफ के कर्मचारी कार्यालय में मौजूद रहेंगे. जो भी व्यक्ति विश्वविद्यालय से जुड़े मामलों की शिकायत करेगा. उन शिकायतों को जांच में शामिल किया जाएगा. जांच के बाद रिपोर्ट मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को सौंपी जाएगी.