हैदराबाद
तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव अपनी सियासी रफ्तार बढ़ाते हुए नजर आ रहे हैं। उन्होंने रविवार को कर्नाटक के पूर्व सीएम एचडी कुमारस्वामी से मुलाकात की। खबर है कि इस दौरान दोनों नेता बगैर कांग्रेस के विपक्षी एकता की योजना बना रहे हैं। खास बात है कि यह बैठक ऐसे समय पर हुई है, जब भारतीय जनता पार्टी दक्षिण भारतीय राज्यों में अपना विस्तार करने की कोशिश कर रही है। हैदराबाद में हुई इस मुलाकात के दौरान देश के राजनीतिक हालात पर चर्चा हुई। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, दोनों नेताओं ने विपक्षी एकता तैयार करने में राव की भूमिका पर बात की। तेलंगाना राष्ट्र समिति के एक पदाधिकारी का कहना है कि देश के लोग 'गैर कांग्रेसी' विकल्प के लिए तैयार हैं और भाजपा के हमलों का सामना करने के लिए क्षेत्रीय दलों को साथ आना होगा।
राष्ट्रीय दल का ऐलान
रविवार को राव ने राष्ट्रीय पार्टी लॉन्च करने का ऐलान कर दिया है। तेलंगाना सीएम के कार्यालय की तरफ से जारी बयान के अनुसार, राष्ट्रीय दल के गठन का ऐलान बुद्धिजीवियों, अर्थशास्त्रियों और जानकारों के साथ लंबी चर्चा के पबाद लिया गया है। केसीआर ने कहा, 'जल्दी, राष्ट्रीय पार्टी का गठन और नीतियां तैयार की जाएंगी।' तेलंगाना में साल 2023 में विधानसभा चुनाव होने हैं।
कुमारस्वामी का मिला साथ
बीते कुछ महीनों में केसीआर ने विपक्ष के कई नेताओं से मुलाकात की है। इस दौरान वह दिल्ली, चंडीगढ़, बेंगलुरु और बिहार भी पहुंचे थे। रविवार को उन्हें कुमारस्वामी का बड़ा समर्थन मिला है। खास बात है कि केसीआर ने भाजपा के खिलाफ गठबंधन से कांग्रेस को भी बाहर रखा है। उनका कहना है कि भाजपा का विकल्प बनने के लिए कांग्रेस उतनी मजबूत नहीं है और लोगों का भरोसा उसके नेतृत्व से उठ गया है।
कांग्रेस को बाहर करने के पूरे प्रयास!
हाल ही में बिहार पहुंचे केसीआर ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव से चर्चा की थी। अब इंडियन एक्सप्रेस ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि क्षेत्रीय नेताओं के साथ हुई कुछ चर्चाओं में कांग्रेस को किसी भी संघीय गठबंधन से बाहर रखने की बात खासतौर पर शामिल थी। तेलंगाना सीएम वाम दलों का समर्थन भी हासिल करने की कोशिश कर रहे हैं।