मेरठ
मेरठ के दौराला में वलीदपुर गांव के बाहर हाईवे पर ढाबा संचालकों ने अपने ही नौकर की देर रात पीटकर हत्या कर दी। वारदात से गुस्साए ग्रामीणों ने ढाबे में तोड़फोड़ कर दी और जमकर हंगामा किया। शव को हाईवे पर रखकर जाम लगाने का प्रयास किया। पुलिस मौके पर दौड़ी और स्थिति को संभाला, बाद में हत्या जैसे संगीन मामले में पंचायत कर समझौता करा दिया गया। वलीदपुर गांव निवासी पंकज (35) गांव के बाहर हाईवे स्थित चौधरी ढाबे पर काम करता था। मंगलवार देर रात किसी बात को लेकर होटल मालिकों ने पंकज को बेरहमी से पीटा। पंकज के मुंह से खून आने लगा, साथी कर्मचारियों ने उसे अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। घटना की सूचना गांव पहुंची तो लोगों में रोष फैल गया।
ग्रामीणों ने ढाबे पर पहुंचकर तोड़फोड़ कर दी। हंगामे की सूचना पर पुलिस मौके पर दौड़ी और स्थिति को काबू में करने का प्रयास किया। बाद ग्रामीण धरने पर बैठ गए और जाम लगाने का प्रयास किया। पुलिस ने किसी तरह लोगों को हाईवे से हटाया और कार्रवाई का आश्वासन दिया। दोनों पक्षों से कुछ लोगों ने समझौते के लिए पैरवी की और पंचायत कर मामला सुलझाने पर बात बनी।
तीन लाख रुपये में हो गया समझौता
पंचायत में तीन लाख रुपये देने और आरोपी को दो थप्पड़ मारने पर सहमति बनी और दोनों पक्षों के बीच समझौता करा दिया गया। इसके बाद होटल मालिक को भरी पंचायत में दो थप्पड़ मारे गए और समझौता कर दिया गया। घटना को लेकर फिलहाल तहरीर नहीं दी गई है।
सीओ दौराला, अभिषेक पटेल ने कहा कि मृतक के परिजनों ने शुरुआत में मारपीट का आरोप लगाया था। बाद में न तो पोस्टमार्टम कराया और न ही तहरीर दी। कोई शिकायत दी जाएगी तो पुलिस जांच करेगी।